गंगूबाई काठियावाड़ी
(आलिया भट्ट) की दमदार अदाकारी जो गंगूबाई काठियावाड़ी
को पूरी तरह अपने अंदर समां लेती है।
गंगूबाई काठियावाड़ी
जी हाँ दोस्तों आज यानि 25 February 2022 को यह मूवी सिनेमाघर
में लग चुकी है। इस फिल्म की कहानी एक इंडियन (सेक्स वर्कर ) की
कहानी है। इस फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली है। संजय लीला
भंसाली आज के दौर के उन प्रतिभाशाली निर्देशकों में से एक हैं, जिनकी
फिल्म को लेकर दर्शक काफी उत्साहित रहते हैं। गंगूबाई काठियावाड़ी
हुसैना ज़ैदी की किताब (माफिया क़्विन्स ऑफ़ मुंबई) और गंगा हरजीवन
दास के जीवन से प्रेरित है।
गंगूबाई काठियावाड़ी की कहानी
यह कहानी एक मासूम लड़की गंगा हरजीवन दास की है जो मुंबई हीरोइन
बनने का सपना लेकर आई थी. फिर वह मुंबई के कमाठीपुरा इलाके में खो
जाती है और वहां की सेक्स वर्करों के लिए आवाज़ उठाती है। यह कहानी 50
के दशक की है गंगा हरजीवन दास काठियावाड़ की रहने वाली है। गंगा एक
अभिनेत्री बनना चाहती है और उसका प्रेमी रमणीक, (वरुण कपूर ) हिंदी फिल्मो
में काम दिलाने का वादा कर उसे मुंबई ले जाता है. गंगा उसके साथ मुंबई भाग
जाती है। रमणीक उसे शिला (सिमा पाहवा) के यहाँ ले जाता है जो वेश्यालय चलाती
है इसके बाद गंगा को बताया जाता है. उसके प्रेमी उसे वहां 1000 रूपये में बेच दिया है
,
पहले तो वह इसका विरोध करती है, लेकिन बाद में वह देह वयापार में शामिल हो जाती है।
जब वह अपने पहले ग्राहक के साथ रात बिताती है, तो उसका सब कुछ बदल चूका होता है
वह अपना नाम गंगू रख लेती है।
गंगूबाई काठियावाड़ी
कुछ समय बाद वह शिला की इच्छा के विरुद्ध विद्रोही हो जाती है एक दिन सुबह सुबह शिला
एक विज़िटर शौकत अब्बास खान से मिलती है. वह गंगू के बारे में पूछता है शीला उससे गंगू को
सबक सिखाने की बात करती है। शिला गंगू को शौकत के साथ सोने देती है शौकत उसपर हमला
कर उसे बुरी तरह घायल कर देता है गंगू को अस्पताल में भर्ती करना पड़ता है. उसे पता लगता है
शौकत, रहीम लाला (अजय देवगन) के गिरोह से है। जो मुंबई का मशहूर डॉन है और शहर का
इज़्ज़तदार वैक्ति है। गंगू उसे मिलती है और शौकत की करतूत बताती है रहीम लाला शौकत को
पब्लिक के सामने सबक सिखाता है, रहीम लाला गंगू को बहोत सपोर्ट करता है गंगा को काफी
प्रोत्साहन मिलता है। कुछ दिनों बाद शीला का निधन हो जाता है उसका पूरा कारोबार गंगू के हाथ
में आ जाता है। गंगूबाई कमाठीपुरा एसोसिशन का चुनाव लड़ती है और उसकी प्रतिद्वंदी रज़िया बाई
(विजय राज) है। बाक़ी कहानी फिल्म देखने पर आपको मालुम होगी फिल्म बहोत शानदार है।
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