Elon Musk
Elon Musk दुनिया के सबसे अमीर आदमी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म (Twitter) को 44 अरब डॉलर यानि 3368 अरब रूपये में खरीद लिया है। दुनिया के दूसरे नंबर के सबसे अमीर आदमी अमेज़न के मालिक जेफ बेजोस ने ये सवाल उठाया है की Elon Musk को ट्विटर का मालिक बनने पर क्या चीन का दबदबा बढ़ेगा।
मस्क ने ट्विटर को कैसे ख़रीदा
किसे पता था Dave Smith की ट्विटर पर Elon Musk से मज़ाक़ में कही गई बातें सच हो जाएँगी. 21 दिसंबर 2017 की ये दोनों की ट्वीट आप देख सकते हैं,आपको बता दें की ट्विटर इंक 100% एलोन मस्क का हो गया. इससे कुछ दिनों पहले मस्क ने ट्विटर की 9% की हिस्सेदारी खरीदी थी। मस्क ने ट्विटर 54. 20 डॉलर्स (लगभग 4148 रूपये) प्रति शेयर की दर से कंपनी खरीदी है।
फ्री स्पीच क्या है
ट्विटर डील फाइनल होने के बाद Elon Musk ने कहा है की डेमॉक्रेसी के फंक्शनिंग के लिए फ्री स्पीच ज़रूरी है.
उन्होंने ने कहा है की वो चाहते हैं, ट्विटर प्रोडक्ट एनहैंसमेंट और नए फीचर्स साथ अब तक का सबसे बेस्ट
स्पेस बनाया जायेगा। एलोन मस्क के ट्विटर खरीदने से ट्विटर का मुख्य रूप कैसे बदल जायेगा. कुछ
एक्सपोर्ट की माने तो फ्री स्पीच के नाम पर अभद्र भाषा का प्रयोग हो सकता है,गाली गलोच बढ़ जाएगी, झूठी
खबरे फैलाना, प्रोपेगेंडा और हेट स्पीच बढ़ जाएगी। पहले ट्विटर पर शेयर होल्डर की राय शामिल होती थी उसके
बाद फैसले होते थे, अब एक ही आदमी इसका मालिक होगा और अपनी मनमानी करेगा।
ट्विटर पर बढ़ेगा चीन का दबदबा
Elon Musk के ट्विटर का मालिक बनने पर, क्या चीन का दबदबा बढ़ेगा ट्विटर पर ये सवाल
दुनिया के दूसरे नंबर के सबसे अमीर आदमी अमेज़न के मालिक जेफ बेजोस ने सवाल उठाया
है। दरअसल बेजोस ने एक ट्वीट न्यूयोर्क टाइम्स के रिपोर्टर माइक फोरसिथे के ट्वीट के जवाब
में किया था. जिसमे माइक ने मस्क के टेस्ला कंपनी के बड़ा मार्किट चीन में होने की बात की थी।
क्योंकि इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरियों के लिए चीन पर मस्क की निर्भरता है, तो क्या 2009 में
ट्विटर को चीन में बैन करने के बाद अब पहली बार इस पर चीन सरकार का दबदबा बढ़ सकता है
ये बड़ा सवाल है।
मस्क और चीन में इतनी घनिष्ठा क्यों
Elon Musk और चीन में इतनी नज़दीकियों की वजह ये है की चीन एलोन मस्क की इलेक्ट्रिक गाड़ियों के सबसे बड़े मार्किट के रूप में उभरा है. इसके साथ ही चीन में टेस्ला कंपनी की गाड़ियों का उत्पादन और कमाई दोनों तेज़ी से बढ़ रहें हैं। इस वजह से मस्क के चीन से बेहद क़रीबी सम्बन्ध हैं,अमेरिका में मस्क और चीन के कारोबारी सम्बन्धो को लेकर सवाल भी उठते रहें हैं. चीन मस्क के लिए खास इस वजह है की चीन इलेक्ट्रिक गाड़ियों का दुनिया का सबसे बड़ा मार्किट है और टेस्ला की पहली विदेशी फ़ैक्ट्री यहीं खुली थी।
बात 2019 की है जब टेस्ला ऐसी विदेशी कार कम्पनी बनी थ., जिसे चीन ने पूरी तरह उसे मालिकाना हक़ वाली फैक्टरी लगाने की इजाज़त दे दिया था। ये बहोत बड़ी बात थी क्योंकि इससे पहले और भी विदेशी कंपनियां जैसे जनरल मोटर, फॉक्स वैगन, फोर्ड और ट्योटा को चीन में अपनी कम्पनिया लगाने के लिए स्थानीय चीनी कंपनी के साथ पार्टनरशिप करनी पड़ती थी. जिससे बनने वाले जॉइंट वेंचर में चीनी कंपनियों के ज़्यादा शेयर रहते थे। 2019 में टेस्लाने संघाई में गीगा संघाई नाम से अपनी सबसे बड़ी फैक्ट्री खोली थी इस फैक्ट्री को खोलने की लागत 1.3 अरब डॉलर का भारी भरकम लोन मस्क को चीन के कई बैंकों ने दिया था।
जानकारों के माने तो टेस्ला को ये छूट चीनी सरकार ने इस उम्मीद पर दिया था, की अमेरिकी कंपनी आने पर चीनी कंपनियों को भी, इस ब्रांड से टक्कर लायक बनने में मदद मिलेगी। चीन का ये दाव काम भी आया, क्योंकि टेस्ला के आने के बाद चीन की बीवाईडी और नियो जैसी लोकल इलेक्ट्रिक कार कम्पनिया, आकर्षक और बेहतरीन कार मॉडल्स के ज़रिये सबसे तेज़ी से टेस्ला की राइवल कंपनियां बन कर उभरी हैं।
ट्विटर पर चीन को कैसे होगा फायदा
ट्विटर पर मौजूद चीन के सरकारी और मीडिया अकाउंट चीन के कई प्रोपैगेंडा चलाते रहे हैं।
चाइनीस स्टेट मीडिया ने 2019 में हॉन्गकॉन्ग में हुए विरोध प्रदर्शनो के खिलाफ लिखे गए
आर्टिकल को परमोट करने के लिए ट्विटर पर पेड ऐड चलाये थे। इसके बाद ट्विटर ने स्टेट मीडिया अकाउंट द्वारा ट्वीट्स के ऐड या प्रमोशन करने पर रोक लगा दी थी। ये क़दम चीनी स्टेट्स मीडिया के प्रोपैगेंडा को रोकने के लिए उठाया गया था। अगस्त 2020 में ट्विटर ने (CGTN) शिन्हुआ, पीपल्स डेली और चाइना डेली जैसे चाइना स्टेट मीडिया के ट्विटर हैंडल्स और उनके लिए काम करने वाले पत्रकारों के अकाउंट पर चीन स्टेट एफिलिएटेड मीडिया का लेवल अटैच कर दिया था। ट्विटर ने कहा था वो इन अकाउंट को प्राथमिकता देना बंद कर देगा और उन्हें टॉप सर्च रिजल्ट में नहीं दिखायेगा।
ट्विटर के इस फैसले के बाद प्रमुख चीनी स्टेट मीडिया की रीच घट गई चीन के तीन सबसे लोकप्रिय ट्विटर अकाउंट (CGTN) शिन्हुआ और पीपल्स डेली जिनके कुल मिलकर 3 करोड़ से ज़्यादा ट्विटर फोल्लोवर हैं उनके ट्वीट के रीच में 20 फीसदी तक गिरावट आई। माना जा रहा है की चीन के साथ अपने सम्बन्धो की वजह से मस्क अगर ट्विटर की इन नीतियों को वापस ले लेते हैं, तो इससे चीन के लिए ट्विटर के ज़रिये फिर से अपना प्रोपैगैंडा चलाने का रास्ता साफ़ हो जायेगा। यही कारण से Elon Musk के ट्विटर का मालिक बनने के बाद चीन का ट्विटर पर प्रभाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है
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