The Kashmir File: आखिर ज़िम्मेदार कौन

The Kashmir File

The Kashmir File: आखिर ज़िम्मेदार कौन

The Kashmir File: आखिर ज़िम्मेदार कौन, ये टाइटल पढ़कर आप लोगों में उत्सुकता तो आई होगी, कश्मीर फाइल से रिलेटेड इस आर्टिकल में है क्या? दोस्तों धैर्य बनाकर इस लेख को पढ़ें बहोत कुछ मिलेगा इस लेख में आपको, सबसे पहले सभी दोस्तों को आने वाली होली के लिए हार्दिक शुभकामनाये आपकी होली मंगलमय हो। होली को कितने सारे रंग मिलकर रंगीन बनाते है होली किसी एक रंग का पर्व नहीं है ये सभी रंगो का पर्व है ये पर्व ही हमलोगो को बहोत बड़ी सिख देती है.

लेखक के विचार

The Kashmir File-दोस्तों मैंने ये वेबसाइट कुछ पैसे कमाने के लिए बनाये थे क्योंकि लॉकडाउन

के बाद स्थिति कुछ सही नहीं थी। मैंने सोचा ऑनलाइन कुछ अर्निंग की जाये

मुझे तो सही से ब्लॉग लिखना भी नहीं आता बहोत प्रयास करने के बाद कुछ

लिखना सीखा है और अभी शुरुआती दौर से गुज़र रहा हूँ। मगर ये आशा भी है

हर प्रयास करने वाले को सफलता ज़रूर मिलती है बस आपलोगों के आशीर्वाद

की ज़रूरत है पर मुझे लगता है मुझसे भूल हो गई क्योकि जिस सोशल मीडिया

पर इस क़दर गंध मचा रखा है नफ़रत बाज़ो, ने की जहा जाओ वहां नफरत परोसा

जा रहा है। कही कोई स्टोरी ढूंढ़ने जाओ तो नफरत ही देखने को मिलता है मेने सोचा

भी नहीं था मुझे (द कश्मीर फाइल) जैसी मूवी पे लेख लिखना पड़ेगा।

मैं अपने बचपन के उस भारत की तस्वीर तलाश कर रहा हूँ जहाँ सब मिल जुल कर

रहा करते थे स्कूल की वो यादें जहाँ मेरे दोस्त प्रिंस कुमार सोनी की यादें हम दोनों एक

दूसरे की जूठी चॉकलेट खा लिया करते थे दीपावली की सुबह लोगो के घर के आगे से बुझे

दिए उठा कर लाना और उससे खेलना, चूँकि मै बिहार से हूँ यहाँ छठ पर्व भी धूम से मनाते

हैं उस पर्व में शामिल होना दुर्गा पूजा देखने के लिए बंगाल तक चले जाना मै नफरतों के इस

माहौल में वो मोहब्बतों का दौर तलाश रहा हूँ। ज़रा सा एहसास भी नहीं होता दोस्तों के झुण्ड

में कौन किस धर्म का है बस मोहब्बत ही धर्म लगता था किसी के दुःख दर्द को अपना समझना

मैं उस दौर को तलश रहा हूँ।

The Kashmir File पे इस क़दर नफरत क्यों

द कश्मीर फाइल देखने वालो से मेरा एक सवाल है आज अचानक से जो आप लोगों के दिल में

कश्मीरी पंडितों के लिए प्रेम उत्पन हुआ है इससे ही आपलोगो के ज्ञान का अंदाज़ा लगाया जा

सकता है आज एक मूवी देख कर इतना शोर मचाने वालों इतिहास पढ़ लेते तो आज नफरतों का

बाजार गर्म नहीं करते। किसी भी मूवी में पूरा सच नहीं दिखया जाता हर मूवीज झूट पर ही आधारित

होती है कुछ मूवी में सच दिखाया जाता है तो वो भी आधा अधूरा क्योकि फ्लिमों में मिर्च मसाला नहीं

होगा तो वो फिल्म चलेगी नहीं। मै उस तरफ नहीं जाना चाहता की सरकार किसकी थी गवर्नर कौन

था क्योंकि राजनितिक पार्टियां कोई भी वो सिर्फ अपनी रोटियां सेंकतीं हैं उन्हें जात पात धर्म से कोई लेना

देना नहीं होता वो तो हमलोग हैं जो इनके चक्करों में पड़कर अपना भाईचारा बर्बाद करते हैं।

लोगों में दोहरा मापदंड क्यों

The Kashmir File-हम भारतीय लोग हमेशा दो नज़रिये से क्यों देखते हैं

किसी भी चीज़ को, क्योंकी हमें धर्म नाम की अफीम

का ऐसा नशा चढ़ा है जो उतरता ही नहीं हम रोज़ पेपर

राशिफल ज़रूर देखते हैं की कल मेरी राशि में क्या

उतार चढाव है कितना धन प्राप्त होगा कितना नुकसान

होगा, मगर ये पता नहीं लगा पाते की हमारे देश में

(Covid19) जैसी महामारी आने वाली है लाखो लाशें

गंगा में बहने वाली है काश हमने राशियों की तरह इन

चीज़ो का भी ज्ञान हो जाता तो शायद आज अपने लोग हमसे जुदा

न होते, सच में कितने महान है हम, चलो मान भी लेतें द कश्मीर

को सच। तो क्या हमारे देश में सिर्फ एक ही ऐसा वर्ग था जिसपे

ज़ुल्मो सितम का पहाड़ तोड़ा गया और किसी वर्ग के साथ कभी कोई बर्बरता

नहीं हुई। अगर नहीं हुई तो अभी फ़िलहाल में जो लिंचिंग हो रही वो क्या है, गोधरा कांड क्या है, जासूसी

कांड क्या है, भागलपुर नरसंहार क्या था, दलितों के साथ जो ज़ुल्म होते हैं, वो क्या है 1984 के दंगे वो

क्या है, मुज़फ्फरनगर के दंगे वो क्या है,पुलवामा हमला वो क्या है, इसके लिए आपलोगों के दिल में दर्द

नहीं उठता इस्पे क्यों नहीं बनाते फाइल, क्योकि की हमें दो नज़रिये से देखने की आदत हो चुकी है बहोत

से क्या है का जवाब नहीं है किसी के पास, लेकिन पुरानी बातों को कुरेदना और फिर से एक नए दंगे की

तैयारी करना आने वाली नस्लों को क्या जवाब दोगे हम ये चाहते हैं हम अपने बीवी बच्चो के साथ सेफ रहे

और दुसरो से कोई वास्ता नहीं ये बीमारी बहोत बुरी है। हमें ये दोहरा मापदंड से किनारा करना होगा तभी

सबका उद्धार होगा

अच्छाई और बुराई

The Kashmir File-अच्छाई और बुराई सदियों से चली आ रही है तभी तो

देवता राक्षसों का अंत करते थे और ये इंसानो में भी है

हर वर्ग में अच्छे बुरे लोग होते हैं इसका मतलब ये नहीं

किसी एक की वजह से पुरे वर्ग को गलत साबित कर

दिया जाये हर वर्ग के अच्छे लोगों का ये दावित्य बनता है

अपने वर्ग के बुरे लोगों को समझाए सही रास्ता दिखाए

क्योकि इतिहास साक्षी है नफरत पे प्रेम हमेशा भारी पड़ा

है बुराई पे अच्छाई बस हमें संयम से ऐसे लोगो को

पहचान कर उनका बॉयकाट करना चाहिए।

जिम्मेदार कौन

जिनलोगों ने ये मूवी बनाई उनके ट्विटर प्रोफाइल पे

जाकर उनका पुराना ट्वीट आप खुद देख लें तो आपके

समझ में सारी बात आजायेगी पहले ये लोग भी ट्विटर पे

टोपी लगाई हुई फोटो पोस्ट करते थे और अब ये देश की

भोली भाली जनता को टोपी पहना रहे हैं पता नहीं अपने

बच्चों को क्या शिक्षा देंगे बहोत हैरान हु मैं इतने क़्वालिफ़ाइड

लोग अपने आपको इतना पढ़ा लिखा कहने वाले और मानसिकता

कैसी, गांव घर के लोग कहते थे बेटा विद्या सिख लो शालीनता

आजायेगी तो मेरी नज़र में ऐसी पढाई का कोई मोल नहीं जो लोगों के

दिलों में ज़हर बोने का काम करे , हर दंगे हर घटना के पीछे ज़्यादातर

राजनितिक पार्टियां ज़िम्मेदार होती हैं

चाहे वो कोई भी हो तभी तो वो नेता लोग करोड़पति और पब्लिक रोडपति होते हैं एक वार्ड सदस्य या सरपंच

कुछ वर्षो में फॉर्चूनर और पजेरो जैसी गाड़ियों से घूमते हैं तो उनसे ऊपर वालों का क्या हाल होगा। जनता सब

जानती और समझती है मगर आदत है जो भी है सब ठीक है भैया। भक्ति कीजिये जागरूकता के साथ अंधभक्तो

की तरह नहीं

नचनिया मीडिया

मीडिया को अच्छे अच्छे नामों से सम्बोधित करना भी

ज़रूरी है क्योकि देश का चौथा स्तम्भ है अख़बार पहले

छपकर कर बिकते थे अब बिक्कर छपते हैं पहले पत्रकार

होते थे अब पत्तलकार होते हैं कुछ गिने चुने ऐसे पत्रकार

है जिन्होंने चौथे स्तम्भ की लाज बचाकर रखी है वरना गोदी

मीडिया तो देश का बेडा गर्क कर देना था गांव में लड़के

आर्केस्ट्रा देखने आधी रात को दूर दूर तक चले जाते थे अब

कहीं जाने की ज़रूरत नहीं बस टीवी ऑन किया और अरे

भैया मैं फिल्मो की बात नहीं कर रहा हु बस आपको न्यूज़

चैनल लगाना है वहां पर आपको गर्मागर्म देसी स्टाइल के

ठुमके देखने को मिल जायेंगे

The Kashmir File: पर एक फौजी भाई के विचार

दोस्तों मेरे एक फेसबुक मित्र श्री नरेंद्र कुमार झा जी है जो

फेसबुक पे काफी एक्टिव रहते हैं और वो अपनी राय रखते

हैं वो फ़ौज में रह चुके हैं आज मैं उनके एक वीडियो को

आपलोगो से साझा करने वाला हूँ मैंने उनसे परमिशन लेकर

ये वीडियो अपने वेबसाइट पर अपलोड कर रहा हूँ उनके

विचार सुने और देश में ऐसे लोगों का होना बहोत ज़रूरी है

उनका फेसबुक लिंक भी शेयर कर रहा हूँ आपका दिल करे

तो follow कर लें उनको, अच्छों की संगत भी ज़रूरी है।

वीडियो देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें- Click here

Narendra Kumar Jha

एक हिन्दू महिला के विचार सुने

वो कहावत है न सच्चाई चुप नहीं सकती बनावट के वसूलों

से खुशबु आ नहीं सकती कभी कागज़ के फूलों से, देखें हमारी

हिन्दू बहन इस वीडियो में चीख कर क्या रहीं हैं लोगों से ध्यान

से सुने इस वीडियो को, वीडियो देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें

Click Here

फिल्मों से हमें क्या सिख मिली

फ़िल्में सिर्फ हमारे मनोरंजन के लिए बनाई जाती थी लेकिन

अब डिजिटल दौर में इनका चलन भी बदल गया है अब डिजिटल

तरीक़े से ये नफरत परोसने बदला लेने और घटिया किस्म के

पहनावे का सिख देती हैं। बलात्कार जैसे चीज़ो को फिल्मों में

दिखाना की हीरो की बहन की इज़्ज़त विलेन ने लूट लिए हीरो

देखो कैसे बदला लेता है ये किस मानसिकता की तरफ ले जाता

है हमें। हमने कुछ वर्षो में क्या किया है अपने आप पर ज़रा गौर

करना, ऐसे में हम डिजिटल भारत बनाने की बात करते हैं

ये भी पढ़ें

दोस्तों मैंने अपनी वेबसाइट पे अपनी मन की बातें साझा की है

आपलोगो से एक आम आदमी के मन में भी बहोत कुछ चलता

है तो इतना तो हक़ है की मैं भी मन की बातें शेयर करूँ आपलोगो

से, अगर मेरे लेख में कोई त्रुटि हो तो क्षमाप्रार्थी हूँ आपलोगो का और

ये लेख पसंद आया हो तो अपने दोस्तों से साझा करें और हमें कमेंट

कर के अपनी राय दें आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाये।

मस्त रहें स्वस्थ रहें भाईचारे को ख़राब न करें सरकारें बनती बिगड़ती

रहती है किसी के बहकावे में न आये अपने विवेक का इस्तेमाल करें।

धन्यवाद

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